संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान की जिलाधिकारी ने की समीक्षा

एक सप्ताह में लू-प्रकोप/हीट वेब संबंधी सारी तैयारियों को पूर्ण करने के निर्देश

बलिया। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार की अध्यक्षता में आज शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं घर- घर दस्तक अभियान की द्वितीय अंतर्विभागीय जिला स्तरीय बैठक संपन्न हुई।
बैठक में जिले में संचारी अभियान के तहत होने वाली कार्रवाइयों के बारे में बताया गया। यह अभियान 01 अप्रैल से 30 अप्रैल 2024 तक संचालित किया जाएगा। इसमें विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 01 अप्रैल से 30 अप्रैल और घर-घर दस्तक अभियान 10 से 30 अप्रैल 2024 तक चलेगा। 
इस बैठक में जिला मलेरिया अधिकारी सुनील यादव ने संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के अलावा इसमें शामिल लू-प्रकोप/हीट वेब की तैयारियों का विवरण दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि पिछले वर्ष लू-प्रकोप की स्थिति को देखते हुए शासन ने जनपद को मॉडल जनपद घोषित कर दिया है। उन्होंने कहा कि इसमें चिकित्सा विभाग को नोडल नामित किया गया है। उन्होंने सभी एमओआईसी और जिला अस्पताल(पुरुष और महिला) के सीएमएस को निर्देश दिया कि सभी जिला अस्पतालों और सीएचसी में कूलर, पीने के लिए शीतल पेयजल की समुचित व्यवस्था,ओआरएस और तरल पदार्थ के पर्याप्त स्टॉक,आवश्यक दवाओं की उपलब्धता व 108/102 व अन्य आपातकालीन सेवाओं की सक्रियता सुनिश्चित करने, लू प्रकोप/ हीट वेव के दौरान 24 घंटे स्वास्थ्य केंद्रों को क्रियाशील रखने संबंधी ठोस कार्य योजना एक सप्ताह के भीतर बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने गोष्ठी आयोजित कर जन जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने एवं ग्रामीण स्तर पर कार्यकर्त्ताओं को अलर्ट रहने हेतु निर्देशित किया। कहा कि हीटवेव रिलेटेड सभी तैयारियां समय से पूर्ण कर ली जाएं जिससे इसका प्रभाव कम हो सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर शासन के निर्देशानुसार लू-प्रकोप से बचाव हेतु सभी मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं अपने अधिकारियों के माध्यम से सभी सीएचसी, पीएचसी और एएनएम सेंटर पर लू प्रकोप से बचाव हेतु वहां उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं के संबंध में निरीक्षण करवाकर उसकी समीक्षा करुंगा। उन्होंने सभी एम‌ओआइसी और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से उनकी तैयारियों के संबंध में लिखत-पढ़त में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज, मुख्य चिकित्सा अधिकारी विजय पति द्विवेदी, परियोजना निदेशक उमेश मणि त्रिपाठी, डीपीएम आरबी यादव सहित स्वास्थ्य विभाग के एम‌ओआइसी मौजूद थे।

विज्ञापन