बलिया। जनपद के बहदुरा गांव से मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला प्रकाश में आया है। यहां बीमार बुजुर्ग की सरकारी अस्पताल में मौत हो गई । एंबुलेंस से शव को घर तक पहुंचाने के लिए भेजा गया था। एंबुलेंस चालक शव को घर तक न पहुंचा कर रास्ते में ही उतारकर फरार हो गया। मजबूर होकर मृतक का बेटा अपने बुजुर्ग पिता के शव को ठेले पर रख कर बमुश्किल अपने घर लेकर पहुंचा, इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश की स्थिति है।
बता दें कि बुजुर्ग बहदुरा गांव निवासी हीरा राजभर कई दिनों से बीमार चल रहे थे, उन्हें इलाज के लिए परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया था।सोमवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। परिजन शव को अपने गांव ले जाने के लिए अस्पताल से एंबुलेंस कर ले गए जो निःशुल्क थी। अस्पताल से गांव की दूरी करीब 35 किलोमीटर है। एंबुलेंस चालक ने गाड़ी को गांव से करीब 3 किलोमीटर पहले ही रोक दिया।
रास्ता खराब या कोई और था कारण...?
इस मामले की शिकायत जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी विजय पति द्विवेदी से की गई तो उन्होंने मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया। पर साथ साथ यह भी कहते नज़र आये कि वहां रास्ता इतना खराब था कि वहां ले जाता तो एंबुलेंस पलटने का डर था ऐसा नही हो सकता है कि कोई ऐम्बुलेंस से लाश को इस तरह उतार कर चला जाएगा। लाश को तो लोग देखकर प्रणाम करते है। चालक का नंबर है मेरे पास, हम इस मामले की जांच करेंगे।