आखिरकार शारदानंद अंचल की मूर्ति खंडित करने वालों को पुलिस ने धर दबोचा

पुलिस ने अराजक तत्वों को गिरफ्तार कर समाजवादी पार्टी के बड़े आंदोलन पर ब्रेक लगाया 

बलिया। जिले में समाजवादी पार्टी के बड़े नेता और पूर्व मंत्री स्व० शारदानंद अंचल की मूर्ति को अराजक तत्वों ने खंडित कर दिया था। समाजवादी पार्टी बलिया ने नवागत पुलिस अधीक्षक डॉ ओमवीर सिंह सहित जिला प्रशासन को तीन दिन के भीतर इस घटना का पर्दाफाश कर अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने का समय दिया था अन्यथा की स्थिति में सोमवार से बड़े आंदोलन का अल्टिमेटम भी दे दिया।इस घटना ने जिले में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी थी।
आपको बता दें कि "स्वर्गीय शारदानंद अंचल गरीबों के मसीहा और समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। उनके योगदान को जनपद वासी आज भी याद करते हैं।
बलिया पुलिस इस घटना की गंभीरता को देखते हुए अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर तत्काल एक्शन लेते हुए घटना का अनावरण करने व अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें बना अपराधियों की तलाश में जुट गई और आज दो लोगों को गिरफ्तार कर घटना का सफल अनावरण करते हुए दोनों अभियुक्तों को माननीय न्यायालय भेज दिया।
इस घटना के बाद पूर्व मंत्री अंचल के पुत्र विधायक जयप्रकाश अंचल ने गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा था कि यह कार्य अराजकता की चरम सीमा को दर्शाता है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में दोनों थाना चितबड़ागांव के रामपुर चीट के ही रहने वाले हैं, विशाल यादव पुत्र रामजी यादव और विक्की पुत्र स्वर्गीय सियाराम यादव दोनों को नदी पुलिया के पास से गिरफ्तार किया गया, पुलिस ने बताया कि उनके पास से खंडित मूर्ति का सिर भी बरामद किया गया है। पुलिस द्वारा पूछताछ से ज्ञात हुआ कि दोनों मनबढ़ किस्म के और शराब पीने के आदी हैं।
बहरहाल प्रशासन ने तय समय में अपराधियों को पकड़ कर एक बड़े आन्दोलन पर ब्रेक लगा दिया है।
वहीं जनता में एक बार फिर नवागत पुलिस अधीक्षक की कार्य शैली और अपराधी हों या पुलिस वाले उनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई पर विश्वास मजबूत हुआ है।



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