बलिया। जिले के सीयर ब्लॉक के शमसुद्दीन पुर गांव निवासी ग्रामीणों ने अपने गांव में पक्की सड़क नहीं बनने को लेकर मोर्चा खोल दिया है, उन्होंने जनप्रतिनिधियों को खुली चुनौती देते हुए "रोड नहीं तो वोट नहीं" का निर्णय लेते हुए चुनाव प्रक्रिया का बहिष्कार करने का निर्णय ले लिया है।
आपको बता दें कि शमसुद्दीन पुर गांव का एक पूरवा 'सोनबरसा' है जो विकास कार्यों से बिल्कुल अछूता है उस पूरवे में आने जाने के लिए एक ही मार्ग है जो अत्यंत ही जर्जर है। इस मार्ग पर पैदल चलना भी दुभर है।
स्थानीय निवासी पंकज राजभर जो सुभासपा के जिला बलिया आईटी सेल के उपाध्यक्ष हैं, के नेतृत्व में युवाओं ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
स्थानीय अनिल कुमार का कहना है कि विधानसभा बेल्थरा रोड के नेताओं द्वारा हमारे गांव की उपेक्षा की गई है। हमारे गांव में आने-जाने के लिए कोई रोड नहीं है, हम लोगों ने अब मन बना लिया है कि "रोड नहीं तो वोट नहीं"।
शमसुद्दीन पुर के ग्राम प्रधान अशोक कुमार यादव का कहना है कि इस रोड के निर्माण के लिए क्षेत्रीय विधायक हंसूराम जी को प्रस्ताव भेजा गया है,धन स्वीकृति के बाद इसका निर्माण करा दिया जाएगा।