बलिया। समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष/प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय 'कान्ह जी' ने बागी बलिया की बेटी अर्चिता सिंह के संघर्ष का पूर्ण रूप से समर्थन किया है।
मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए सपा प्रवक्ता ने कहा कि पूरी समाजवादी पार्टी अर्चिता सिंह के समर्थन में है। पार्टी के चंदौली सांसद कल ही धरना स्थल पर मेधावी छात्रा से मिले हैं, एम एल सी आशुतोष सिन्हा ने भी मुलाकात की है। बलिया सांसद सनातन पाण्डेय ने भी अर्चिता को न्याय दिलाने हेतु केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा है।
कान्ह जी ने कहा कि बीजेपी हमारे आस्था के मंदिरों के साथ साथ शिक्षा के मंदिरों पर भी कब्जा कर रही है जिससे देश और समाज की बुनियाद कमजोर होगी। ऐसे कार्यों को समाजवादी पार्टी सहन नहीं कर सकती और हम बीजेपी के हर उस काम का विरोध और जनता मे खुलासा करेंगे जिससे देश समाज और सामाजिक समरसता पर आंच आएगी। देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान बीएचयू में पीएचडी में प्रवेश के लिए सारी योग्यता अर्चिता सिंह रखती हैं फिर भी इनका प्रवेश नहीं हुआ क्योंकि इनके पास एक योग्यता नहीं है और वह योग्यता है कि वह सत्ता धारी दल के किसी भी आनुषांगिक संगठन की सदस्य नहीं हैं।
अर्चिता सिंह नें पीएचडी प्रवेश की अभ्यर्थी के रूप में सभी आवश्यक प्रपत्र समय से जमा कर दिया और मैरिट में होते हुए भी अर्चिता को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दाखिला नहीं दिया जा रहा है और सत्ता के दबाब में सामान्य परिवार से आने वाली छात्रा का नामांकन रद्द करने की साजिश की जा रही है। यह देश के प्रतिभावान युवाओं और छात्रों के ऊपर कुठाराघात है।
पं० मदन मोहन मालवीय द्वारा स्थापित देश की अग्रणी शिक्षण संस्था अपने बेहतर शिक्षा और सामाजिक समरसता के लिए प्रसिद्ध है लेकिन प्रधान सेवक के संसदीय क्षेत्र के विश्वविद्यालय पर पिछले कुछ समय से गलत सोच और विचारधारा के लोगों की बुरी दृष्टि पड़ गई है जिसको रोकना देशहित, समाजहित और आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित रहे उसके हित में है। शिक्षण संस्थाओं में सत्ता संरक्षित संगठनों का हस्तक्षेप देश के भविष्य को कुंद कर देगा।